दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो.
रात काली सही कोई गम न करो|
एक सितारा बनो जगमगाते रहो.
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो||
बांटनी है अगर बाँट लो हर ख़ुशी
गम न ज़ाहिर करो तुम किसी पर कभी|
दिल कि गहराई में गम छुपाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो||
अश्क अनमोल है खो न देना कहीं.
इनकी हर बूँद है मोतियों से हसीं|
इनको हर आंख से तुम चुराते रहो.
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो||
फासले कम करो दिल मिलाते रहो.
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो||||
very beautiful poem....
ReplyDeletethanks joe.. for appreciation..
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