जब भी दिल में कोई तूफ़ान उढ़ता है.
गैरो का नही अपना ही दिल जलता है.
कहने को तो गैर ही दुसमन होते है. पर
दिल का दर्द तो अपनों से मिलता है.
फिर भी दिल में उनके लिए प्यार उमड़ता है.||
जब भी दिल में कोई ..........................
जिन्दगी में कभी कभी ऐसा वक्त आता है .
जब मन हमारे दिल पर मुस्कुराता है.
दिल बेचारा खुद को अकेला पाता है.
सब कुछ होकर भी वो आंसू बहाता है.
क्योकि वो चोट अपनों से पाता है.
जब भी दिल में कोई तूफ़ान आता है.......
जिनके लिए यह गाता है गुनगुनाता है.
आखिर उन्ही से दर्द का इनाम पाता है..
क्योकि वह उनसे वफ़ा चाहता है.
जिन्हें सिर्फ अपने लिए जीना आता है.
फिर निराश होकर वो खुद को भूल जाता है..
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