Friday, May 10, 2013

चाँद


अगर चाँद असमान से उतरे तो आम हो जाये,
तेरे नाम की एक खूबसूरत शाम हो जाये,
अजब हालात हुए की दिल का सौदा हो गया,
मुहब्बत की हवेली जिस तरह नीलाम हो जाये,
मैं खुद भी तुझसे मिलने की कोशिश नहीं करूँगा,
क्योंकि नहीं चाहता कोई मेरे लिए बदनाम हो जाये,
उजाले अपनी यादों के मेरे साथ रहने दो,,,,
जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाये !!

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