ओ वक़्त बड़ा ही अछा सी ,
जदों मैं निक्का बच्चा सी,
गोलियाँ-टोफिया खानदा सी,
छोटियां निकरां पन्दा सी,
ओदो सस्ता बड़ा पेट्रोल सी,
पर साइकिल मेरे कोल सी ,
ना कुड़ियां दा कोई ज़िक्र सी,
मेनू पढाई दी बस फ़िक्र सी,
ना facebook ते status लिखदा si
जदों यार सारे मेरे नाल सी,
ओदों वक़्त ने बदली चाल सी,
स्कूल छड,आये कॉलेज विच,
क्योंकि ज़िन्दगी दा सवाल सी,
हुन ग्रुप विच रहना पैंदा है
सॉरी-थान्क्यु केना पैंदा है,
पर फेर वी यार मेरे पुछदे ने,
तू कल्ला-कल्ला क्यूँ रहंदा है
मैं जवाब नहीं दे पेंदा हाँ
बस चुप-चाप रह जांदा हाँ
फिर अथरू पूंज केंदा हाँ
तुस्सी सारे जाओ,मैं आंदा
सब पुछदे की वजह दिल सख्त दी
मैं क्या,याद आ गयी उस वक़्त दी
जो वक़्त बड़ा ही अच्छा सी
जदों मैं निक्का बच्चा सी
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